वेलफेयर डिपार्टमेंट का कार्य देने से महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्य उदेश्य होंगे प्रभावित*

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*वेलफेयर डिपार्टमेंट का कार्य देने से महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्य उदेश्य होंगे प्रभावित*   *जब काम ही आंगनवाड़ी वर्कर ने करना है तहसील कल्याण अधिकारी के पद  का नहीं है कोई औचित्य* *आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के हितों का हो संरक्षण* *Press note:----* आंगनवाड़ी वर्करज एवं हेल्परज यूनियन संबंधित सीटू की राज्य अध्यक्ष नीलम जसवाल और वीना शर्मा ने जारी एक प्रेस ब्यान में कहा की महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर वेलफेयर विभाग का काम थोपने का निर्णय अत्यधिक चिंताजनक है।  कार्यकर्ताओं से अतिरिक्त काम करवाना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि इससे बाल विकास विभाग के कार्यों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वीना  शर्मा , नीलम जसवाल  ने बताया की  आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मुख्य कार्य बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण की देखभाल करना है, न कि वेलफेयर विभाग के कार्यों को संभालना। यदि वेलफेयर विभाग का कार्य भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने ही करना है  तो तहसील कल्याण अधिकारी के पद  का क्या औचित्य और वेलफेयर डिपार्टमेंट का क्या कार्य रह जाता...

कोविड -19 सेंटर सिविल अस्पताल सराहाँ की जगह किसी ओर स्थान पर खोलने बारे खुला पत्र

सेवा में,
         माननीय मुख्यमंत्री
         हिमाचल प्रदेश सरकार
         स्तिथ:__ शिमला

विषय:_____  कोविड -19 सेंटर सिविल अस्पताल सराहाँ की जगह किसी ओर स्थान पर खोलने बारे  खुला पत्र

महोदय , 
         निवेदन इस प्रकार से है कि     आज पूरी दुनिया कोराना जैसी महामारी से मुकाबला कर रही है जिसमें देश और हमारा प्रदेश और जिला सिरमौर भी अछूता नहीं है,  मान्यवर हम आपके संज्ञान में  यह बात लाना चाहते हैं कि सराहाँ अस्पताल 2  दर्जन से भी ज़्यादा पंचायत के निवासियों के लिये एकमात्र सिविल अस्पताल है जँहा लोगो को स्वास्थ्य सुविधाये उपलब्ध होती हैं, अतः इस अस्पताल को कोविड 19 सेंटर बनाने के बाद पच्छाद के लोग किसी अन्य बिमारी के होने पर अपना इलाज करवाने कंहा जायेंगे,क्यूंकि लोकडाऊन के चलते पहले ही लोगो का दुसरी तहसील या जिला में आने जाने पर पुर्ण प्रतिबंध लगा हुआ हे।
सराहाँ अस्पताल में प्रतिदिन लगभग   सैकड़ों  मरीज अपना उपचार करवाने के लिये आते हे।लोकडाऊन के चलते हुए भी लगभग  50 से 60  मरीज अस्पताल में आ रहे है।एसे में इस अस्पताल को कोरोना सेकेंडरी केयर बनाना तर्कसंगत नही है,वो भी तब जब यहाँ कोई भी कोरोना का संदिग्ध मामला प्रकाश में नही  है।
जिन मरीजो को कोविड 19 के संक्रमण की आशंका है उन्हे सराहाँ अस्पताल में रखने से  इलाके में संक्रमण की आशंका बढ़ जायेगी वही 30 पंचायतो के लोगो को स्वास्थ्य सुविधाओं से भी वंचित रहना पडेगा,जिससे आने वाले समय में यंहा के लोगो की स्थिति खराब हो सकती हैं ।
अतः हम सभी आपसे यह अपील करते हैं कि यहाँ के हजारो लोगों की समस्याओं  को देखते हुए कोविड 19 के सेकेंडरी केयर अस्पताल को सिविल अस्पताल सराहाँ की जगह किसी दुसरे स्थान पर खोला जाये जिससे इस आपदा के समय आम जनमानस को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।इस महामारी के समय हम सभी लोग सरकार को अपना पूर्ण सहयोग दे रहे हैं,ओर सभी नियमो का भी पालन किया जा रहा है ओर आगे भी जारी रहेगा परन्तु आपसे भी ये अपील करते है कि  इस क्षेत्र की जनता  के स्वास्थ्य और जनता पर जाने अंजाने  किसी भी तरह की परेशानियां  न थोपे।

                धन्यवाद

        आशीष कुमार
             सचिव
      सीपीआईएम पच्छाद
                और
सीपीआईएम जिला कमेटी सदस्य जिला सिरमौर
kumarashish002@gmail.com (9816163212)

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