जातिगत उत्पीड़न के प्रश्न पर सीपीआई (एम) का स्पष्ट स्टैंड उसकी विचारधारा की मज़बूती

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 *रोहड़ू  में सीपीआई(एम ) नेताओं  का  रास्ता  रोकना:-- दलित वर्ग के मनोबल को तोड़ने का प्रयास ।* सीपीआई (एम ) ने जातिगत उत्पीड़न पर खुला स्टैंड ले कर हमेशा अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता साबित की है   :-----आशीष कुमार संयोजक दलित शोषण मुक्ति मंच सिरमौर  हिमाचल प्रदेश की हालिया राजनीतिक घटनाएँ यह दिखाती हैं कि जब भी दलित समाज अपनी एकता, चेतना और अधिकारों के साथ आगे बढ़ता है, तब सवर्ण वर्चस्ववादी ताक़तें बेचैन हो उठती हैं। रोहड़ू क्षेत्र में घटित घटना इसका ताज़ा उदाहरण है — जब 12 वर्षीय मासूम सिकंदर की जातिगत उत्पीड़न से तंग आकर हुई हत्या के बाद सीपीआई(एम) के वरिष्ठ नेता राकेश सिंघा और राज्य सचिव संजय चौहान पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, तब कुछ तथाकथित “उच्च” जाति के लोगों ने उनका रास्ता रोकने का प्रयास किया। यह केवल नेताओं को रोकने की कोशिश नहीं थी, बल्कि दलित वर्ग की सामूहिक चेतना और हिम्मत को कुचलने का सुनियोजित प्रयास था।अगर वे अपने मंसूबे में सफल हो जाते, तो यह संदेश जाता कि “जब हमने सिंघा और संजय चौहान को रोक लिया, तो इस क्षेत्र के दलितों की औक...

तीन माह से वेतन न मिलने पर आँगनवाड़ी वर्करों मे रोष*


 *तीन माह से वेतन न मिलने पर आँगनवाड़ी  वर्कर्ज हेल्पर्ज  मे रोष*



*आँगनवाड़ी  हेल्पर्ज कि पदोन्नति मे  आयु सीमा रखने के विरोध मे सचिवालय का घेराव करेगी यूनियन*


आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर फेडरेशन ऑफ़ इंडिया संबंधित सीटू की प्रोजेक्ट कमेटी के अध्यक्ष शीला ठाकुर और सचिव  सीता तोमर और सीटू जिला मासचिव आशीष कुमार  ने कहा है कि आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर को पिछले तीन माह से उन्हें पूरा वेतन नहीं मिल रहा है एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है दूसरी तरफ   उन् आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्परज् को  दिन-रात घर-घर जाकर सरकारी योजनाओं का  प्रचार करते हैं उन्ही  वर्कर्स और हेल्पर को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है यूनियन के पदाधिकारी ने बताया कि इससे पहले भी कई बार विभाग को इस बारे में सूचित किया जा चुका है परंतु विभाग की तरफ से इस पर कोई भी उचित कार्यवाही नहीं की जाती  सीटू जिला महासचिव आशीष कुमार ने कहा कि जैसा कि आए दिन आप देख रहे हैं कि आंगनबाड़ी वर्कर्स  और हेल्परज  पर सरकार दिन-रात हमले कर रही है और इस योजना को खत्म करने की पुरी साजिश रच रही है   रही है  लेकिन संगठन के दबाव ने चलते अपने मनसूबों मे कामयाब नहीं हि रही है । शीला ठाकुर और सीता तोमर ने बताया की 

 यूनियन निरंतर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष उठा रही है । इस्के इलावा सीटू महासचिव ने कहा कि सरकार चाहे केंदर  की  हो या राज्य की सरकार  आईसीडीएस को खत्म करने की एक साजिश   रही है  जोकि यूनियन   कभी भी संभव  नहीं होने देंगी  , इन्ही कोशिशों को  नाकाम करने के लिए 25 से 27 नवंबर को शिमला सचिवालय के बाहर एक महापड़ाव का आयोजन किया जा रहा है इस महापड़ाव  में आंगनबाड़ी से संबंधित मांगों को उठाया जाएगा, जिसमे  महापड़ाव में  जिला सिरमौर से भी  हजारों की तादाद में आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर भाग लेंगे शीला ठाकुर ने कहा कि सिर्फ आंगनवाड़ी वर्कर्स के वेतन को हि रोकना  सरकार की एक सोची  समझी साजिश है। शीला ठाकुर ने कहा कि पहले ही विभाग ने आंगनवाड़ी हेल्पर्ज  को जो प्रमोशन में जो कोटा मिलता था उसकी उम्र  सीमा 35 वर्ष कर दी है जोकि न्याय संगत  नहीं है ।  किसी भी विभाग मे पदोन्नति के लिए आयु सीमा नहीं होती , आशीष कुमार ने कहा की इस तरह का रवैया आंगनवाड़ी हेल्पर्ज  के साथ अन्याय है यूनियन का मानना है कि सरकार की गलत नीतिया   और नरेंद्र मोदी सरकार आंगनबाड़ी  और icds पर निरंतर हमले कर रही है , जिसको कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा

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