जातिगत उत्पीड़न के प्रश्न पर सीपीआई (एम) का स्पष्ट स्टैंड उसकी विचारधारा की मज़बूती

Image
 *रोहड़ू  में सीपीआई(एम ) नेताओं  का  रास्ता  रोकना:-- दलित वर्ग के मनोबल को तोड़ने का प्रयास ।* सीपीआई (एम ) ने जातिगत उत्पीड़न पर खुला स्टैंड ले कर हमेशा अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता साबित की है   :-----आशीष कुमार संयोजक दलित शोषण मुक्ति मंच सिरमौर  हिमाचल प्रदेश की हालिया राजनीतिक घटनाएँ यह दिखाती हैं कि जब भी दलित समाज अपनी एकता, चेतना और अधिकारों के साथ आगे बढ़ता है, तब सवर्ण वर्चस्ववादी ताक़तें बेचैन हो उठती हैं। रोहड़ू क्षेत्र में घटित घटना इसका ताज़ा उदाहरण है — जब 12 वर्षीय मासूम सिकंदर की जातिगत उत्पीड़न से तंग आकर हुई हत्या के बाद सीपीआई(एम) के वरिष्ठ नेता राकेश सिंघा और राज्य सचिव संजय चौहान पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, तब कुछ तथाकथित “उच्च” जाति के लोगों ने उनका रास्ता रोकने का प्रयास किया। यह केवल नेताओं को रोकने की कोशिश नहीं थी, बल्कि दलित वर्ग की सामूहिक चेतना और हिम्मत को कुचलने का सुनियोजित प्रयास था।अगर वे अपने मंसूबे में सफल हो जाते, तो यह संदेश जाता कि “जब हमने सिंघा और संजय चौहान को रोक लिया, तो इस क्षेत्र के दलितों की औक...

अंजू संयोजक और सत्या बनी कामकाजी महिला समन्वय समिति जिला सिरमौर की सह संयोजक*






 *अंजू संयोजक और सत्या बनी कामकाजी महिला समन्वय समिति जिला सिरमौर की सह संयोजक*


15 सितम्बर को सीटू से संबंधित यूनियनो ने कामकाजी महिलाओं का एक अधिवेशन किया । अधिवेशन की अध्यक्षता कामकाजी महिला समन्वय समिति की राज्य महासचिव वीना शर्मा ने किया ,सम्मेलन में सीटू जिला महासचिव आशीष कुमार , और सीटू राज्य से जिला प्रभारी विजेंदर मेहरा और जगत राम विशेष रूप. ए उपस्थित रहे। इस अधिवेशन मे कामकाजी महिलओ की स्थिति लर चर्चा की गई ,चर्चा में मे पूरे जिला से आई 50 से अधिक कामकाजी महिलों ने  सार्थक चर्चा की ,चर्चा में महिलाओं से कार्यस्थल पर  होने वाली कै समस्याओं पर भी चरचा की और  गहन चर्चा के बाद जिला में कामकाजी महिलाओं को संगठित करने के लिए एक. कमेटी का गठन किया गया जिसकी संयोजक अंजू को बनाया और सह संयोजक सत्या को बनाया गया और लीला ,  सुनीता, शीला, निर्मला, प्रोमिला,, सुमित्रा , रिंकी, किरण, गुलाबी , निर्मला को इसका सदस्य चुना गया

Comments

Popular posts from this blog

वंदना अध्यक्ष और श्यामा महासचिव और किरण भंडारी बनी प्रोजेक्ट पछाद की कोषाध्यक्ष*

तीन माह से केंद्र से नहीं मिल रहा मानदेय, और पोषण ट्रैकर और टी एच आर के लिए हर माह ओ टी पी के नाम पर लाभार्थी भी करते है प्रताड़ित*

मिड डे मील वर्कर्स यूनियन के विरोध के बाद मिड डे मील वर्कर्स की नहीं लगेगी हाजिरी ऑनलाइन